Pandit In Delhi

Best Pandit In Delhi

दिल्ली में पंडित विनय जी एक प्रसिद्ध पुजारी हैं जो हिंदू वैदिक रीति, धार्मिक अनुष्ठान और ज्योतिष में उनका कुशलता से काम करते हैं। उनके सालों के अनुभव के साथ, वे अन्नप्राशन पूजा, भूमि पूजा, लक्ष्मी पूजा, सगाई पूजा, और गणेश पूजा जैसे विविध उपक्रम करते हैं।

विनय जी ज्योतिष में भी विशेषज्ञ हैं और 100% सात्विक हाथ, चेहरा पढ़ना और तस्वीर देखने के लिए तैयार हैं। रिश्ते, शादी, धन, आजीविका, स्वास्थ्य, वास्तु शास्त्र, व्यावसायिक विवाद जैसे व्यक्तिगत समाचारों को जल्दी हल करते हैं।

वो हमारे उपचार दूर करने में मदद करते हैं। अगर आप अपने जीवन के दुख और परेशानियों को दूर करना चाहते हैं तो आप हमारी वेबसाइट पंडितजीपूजा से ऑनलाइन बुकिंग भी करवा सकते हैं। 

हमारी सेवाएँ दिल्ली में और आस पास के सभी के क्षेत्र में उनकी सेवा को महत्व दिया जाता है, और उनके आध्यात्मिक ज्ञान से अनेकों को प्रकाश मिला है। उनकी शादियाँ और संस्कार में उनका समर्पण योगदान और व्यावसायिकता प्रतिष्ठित है। आपके आध्यात्मिक और महत्तवपूर्ण क्रिया के लिए, पंडित विनय जी दिल्ली के विश्व मार्गदर्शक हैं।

Our Service
सभी प्रकार के पूजन, दोष निवारण एवं मांगलिक कार्य

Annaprashan pooja

अन्नप्राशन पूजा, एक हिंदू संस्कार है जिसमें बच्चे को ठोस भोजन खिलाया जाता है, आम तौर पर उसके 6-7 महीने होने पर।  इस पूजा में, बच्चे को अन्न या भोजन के रूप में कुछ मिठाई, दूध, चावल या दाल दिया जाता है। 

इस संस्कार के मध्यम से, परिवार का पारंपरिक और धार्मिक महत्व होता है, जिसकी शादी, गर्भ संस्कार, और बच्चे के जन्म के समान गौरव से मनाया जाता है। अन्नप्राशन के इस अवसर पर, बच्चे के आने वाले जीवन की शुभ आरंभ के लिए आशीर्वाद दिया जाता है।

Annaprashan pooja
Bhumi pooja

Bhumi pooja

भूमि पूजा, जैसे पृथ्वी पूजन समरोह भी कहा जाता है, हिंदू संस्कृति में इस्का अतिधिक महात्व होता है। ये किसी भी निर्माण कार्य की शुरुआत से पहले माता भूमि या भूमि माता से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।

इस पूजा का उद्देश्य भूमि माता को प्रसन्न करना है और भूमि के किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा या वास्तु दोष को हटाना होता है। समारोह के दौरान, माता भूमि के लिए मंत्रों का जाप किया जाता है, वास्तु पुरुष और नवग्रहों का आह्वान किया जाता है।

पूजा के लिए नाग-नागीन का जोड़ा, हल्दी, अबीर, गुलाल, आम के पत्ते, तुलसी दरभा और कलश जैसे सामग्री का प्रयोग किया जाता है। भूमि पूजा निर्माण प्रक्रिया को सुगम बनाती हैं। अकाल-घात से रक्षा होती है और निवासियों का कल्याण होता है।

भूमि पूजा करने के लिए, व्यक्ति एक पंडित को बुक करता है जो सभी व्यासायिक पूजा सामग्री लाएगा और समारोह का आशीर्वाद करेगा। भूमि पूजा का योजना वास्तु के समय में किया जा सकता है।

Pandit ji for Engagement Ceremony

सगाई, यानी विवाह प्रतिज्ञा, एक ऐसा अवसर है जहां शादी करने के लिए औपचारिक सहमति होती है और परिवार द्वारा समाज को इसकी घोषणा की जाती है। इसे सागाई, अंगुठी की रसम, निशित्रथम, रोका, चुन्नी आदि भी कहा जाता है।

इस अवसर पर एक नए परिवार की शुरआत की प्रतिज्ञा को सशक्त करता है। ये दो परिवारो के बीच का रिश्ते को मजबूत बनाना है। तिथि को जोड़ी के कुंडली के शुभ योगों के आधार पर फिक्स किया जाता है।

सगाई की पूजा एक ऐसे अवसर पर की जाती है जब दो लोग शादी करने का फैसला करते हैं। इस अवसर पर पंडित जी सब समगरी लेकर आते हैं और परिवारों के बीच की शुभ मंगलकारी संकल्प को मज़बूत करते हैं।

ये पूजा दो परिवारो के बीच के रिश्ता को मजबूर बनाना है और नए परिवार की शुरआत की प्रतिजना को सशक्त करता है। सगाई की पूजा का मुहूर्त जोड़ी के कुंडली के अनुकुल चायन करके तय किया जाता है। ये रीत शादी से पहले की जाती है।

Engagement pooja
Vivah Pooja

Vivah Pooja

विवाह या शादी, लोगों की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। यह ब्रह्मचर्याश्रम से गृहस्थाश्रम की परिवर्तन अवस्था को दर्शाता है। विवाह पूजा के द्वारा, विभिन्न देवियों और देवताओं को बुलाया जाता है, जिन्हें कई रीति-रिवाज करके, जोड़े को आशीर्वाद दिया जाता है। यह एक आध्यात्मिक आशीर्वाद और रिश्ता है जोड़ों के बीच। यह दोनों परिवारों के बीच का रिश्ता भी मजबूत करता है।

विवाह की तारीख जोड़ों की जन्म कुंडली के शुभ योग के आधार पर तय की जाती है। फेरे, मंगलसूत्र और सिंदूरदान का भी महत्व होता है। विवाह पूजा को करने से पूर्व, पंडित जी को सामग्री तैयार करनी चाहिए। पंडितों का अनुभव और वेदिक ज्ञान, शादी की विधियों में महत्वपूर्ण है।

Ganesh Pooja

गणेश पूजा, जो भगवान गणपति के लिए एक पवित्र संस्कार है, हर बाधा को दूर करती है और नकारात्मक ऊर्जा को हटा देती है। इस पूजा से विजय, समृद्धि और सफलता मिलती है और जीवन में, साथ ही स्वास्थ्य, धन और विकास भी।

भगवान गणेश, भगवान शिव और माता पार्वती के प्रिय पुत्र, हमारे दिलों में खास जगह रखते हैं। इस पूजा को शुभ कार्यक्रमों से पहले किया जाता है, आशीर्वाद पाने और बाधाओं को दूर करने के लिए, चाहे व्यापार शुरू किया जा रहा हो, घर खरीदना हो या जन्मदिन मनाना हो।

पूजा में भगवान गणपति को बुलाया जाता है, मंत्रों का जाप किया जाता है और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए विधियाँ अंजाम दी जाती हैं। इस पूजा को ब्रह्म मुहूर्त या अन्य शुभ समय में किया जा सकता है। गणेश पूजा बुद्धिमत्ता प्रदान करती है, बाधा को दूर करती है और परिवार में समृद्धि और सामंजस्य लाती है। गणेश पूजा के लिए एक पंडित जी को बुलाएं ताकि उपक्रम सफल और आशीर्वादित हो।

Ganesh Pooja