Pandit In Gujarat

Pandit Chaman Sharma

Best Pandit In Gujarat

ज्योतिष पंडित सतीश शर्मा गुजरात के सबसे बेहतरीन पंडितों में से एक हैं, जो वैदिक अनुष्ठानों और ज्योतिष में अपनी गहरी ज्ञान और विशाल अनुभव के लिए जाने जाते हैं। 20 वर्षों के अनुभव के साथ, पंडित विनय जी ने गुजरात में अपने सही प्रभावी उपाय से अनेक लोगों की मदद की है।

वे अन्नप्राशन पूजा, भूमि पूजा, वास्तु शांति पूजा, भागवत कथा, महा रुद्र पूजा और अन्य कई सेवाएं प्रदान करते हैं। पंडित जी गुजरात भर में अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं, जिससे कई परिवारों में शांति, समृद्धि और अध्यात्मिक मार्गदर्शन आता है।

उनकी विशेषज्ञता और समर्पण उन्हें समुदाय में एक विश्वासनीय और सम्मानित व्यक्ति बनाते हैं, यह सुनिश्चित करते हैं कि हर समारोह अत्यंत श्रद्धा और सही तरीके से किया जाए। आपकी सुविधा के लिए, आप उनकी सेवाओं को ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं, जिससे पंडित सतीश शर्मा के गुजरात के किसी भी कोने से उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद को पाना आसान हो जाता है।

हमारी सेवाएं
सभी प्रकार के पूजन, दोष निवारण एवं मांगलिक कार्य

अन्नप्राशन पूजा

अन्नप्राशन पूजा, एक हिंदू संस्कार है जिसमें बच्चे को ठोस भोजन खिलाया जाता है, आम तौर पर उसके 6-7 महीने होने पर। इस पूजा में, बच्चे को अन्न या भोजन के रूप में कुछ मिठाई, दूध, चावल या दाल दिया जाता है।

इस संस्कार के मध्यम से, परिवार का पारंपरिक और धार्मिक महत्व होता है, जिसकी शादी, गर्भ संस्कार, और बच्चे के जन्म के समान गौरव से मनाया जाता है। अन्नप्राशन के इस अवसर पर, बच्चे के आने वाले जीवन की शुभ आरंभ के लिए आशीर्वाद दिया जाता है।

Annaprashan pooja
सूर्य पूजा

सूर्य पूजा

सूर्य देव ज्ञान और बुद्धि के देवता हैं। इस पूजा को करने से इंसान को सुख-शांति मिलती है और शनि और सूर्य दोष से मुक्ति मिलती है। यह पूजा शक्ति और प्रतिष्ठा वापस पाने, बुरे अहंकार और सूर्य दशा के किसी भी अशुभ प्रभाव से छुटकारा दिलाने में मदद करती है।

सूर्य पूजा रविवार या मकर संक्रांति के दिन की जाती है। सूर्य पूजा भगवान सूर्य के लिए की जाती है, जो ज्ञान, शक्ति और इच्छा शक्ति को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हैं और सभी ग्रहों में सबसे दयालु माने जाते हैं।

मकर संक्रांति के दिन सूर्य पूजा की जाती है, जो एक फसल और धन्यवाद का त्योहार है। मकर संक्रांति के दिन दिव्य चेतना बहुत उच्च होती है, और इस दिन किसी भी छोटे आध्यात्मिक काम को करने से इंसान को बहुत फायदा होता है।

सूर्य पूजा के लाभ: इस पूजा को करने से इंसान के सभी पापों का नाश होता है और स्वर्ग का रास्ता प्रशस्त होता है। इंसान को सफलता, समृद्धि और सभी रोगों और कष्टों से मुक्ति मिलती है। शनि ग्रह और सूर्य ग्रह के अशुभ प्रभावों से भी छुटकारा मिलता है।

वास्तु शांति पूजा

वास्तु शांति पूजा वास्तु पुरुष, दिशाओ के देवता और प्रकृति के पांच तत्वों को खुश करने के लिए कि जाती है ताकी घर या ऑफिस के वास्तु दोष को दूर किया जा सके और एक अच्छा और खुशहाल जीवन मिल सके। इस पूजा से घर में मौजुद नकारात्मक प्रभावों को हटा कर सकारात्मक ऊर्जा को बहाल किया जाता है।

इसमें वास्तु पूजा और नवग्रह पूजा शामिल होती हैं, जिसमें मुख्य देवता वास्तु पुरुष होते हैं। ये पूजा घर, भूखंड, इमारत या मकान के संरक्षण वास्तु पुरुष को प्रसन्न करने और वास्तु दोष के बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए की जाती है।

अगर निर्माण के दौरान कोई जीव, जैसे पेड़, जानवर, पक्षी, कीड़े आदि को नुक्सान पाहुंचा हो, तो ये पूजा दया प्रदान करती है। वास्तु शांति पूजा घर के सभी लोगों के लिए समृद्धि, शांति और सद्भावना लाती है, प्राकृतिक और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा प्रदान करती है, सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाती है और नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करती है।

वास्तु शांति पूजा
विश्वकर्मा पूजा

विश्वकर्मा पूजा

विश्वकर्मा पूजा, जो देवशिल्पी के रूप में भी जानी जाती है, विश्वकर्मा जयंती के दिन मनाई जाती है, ये सितंबर या अक्टूबर में आते हैं और दिवाली के एक दिन बाद होती हैं। इस पूजा का उपदेश भगवान विश्वकर्मा को प्रसन्न करके उनके आशीर्वाद से एक समृद्ध और सुखी जीवन प्राप्त करना होता है।

इस दिन, सभी कार्यों में इस्तेमाल होने वाले उपकरण साफ किये जाते हैं और उनकी पूजा की जाती है। विश्वकर्मा पूजा के लाभ में एक समृद्धि व्यवसायिक करियर प्राप्ति, सुरक्षित काम की स्थितियां और कार्यों में रुकावट को दूर करने की शक्ति शामिल होती है।

विश्वकर्मा, विश्व विद्यालय के मुख्य वास्तु कला और यांत्रिकी का भी माना जाता है। इस पूजा के माध्यम से, व्यक्ति अपने जीवन व्यवहार में प्रयोग किए जाने वाले सभी वास्तुओं की पूजा करता है और इनका सम्मान करता है।

महा रूद्र पूजा

महा रूद्र पूजा एक प्रमुख वैदिक संस्कार है जो भगवान शिव को समर्पित किया जाता है। इस पूजा में भगवान शिव जी की पूजा की जाती है, जो सभी गृह और दोष से मुक्ति दिला सकता है। इस पूजा में विभिन्न मंत्रों और स्त्रोतों का पाठ किया जाता है, जो शुभ और मंगल फल देने में मदद करते हैं।

महा रुद्र पूजा से व्यक्ति को शांति, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। इस पूजा में बिलवा पत्र, धूप, दीप, फूल और प्रसाद का उपयोग किया जाता है। महा रुद्र पूजा को शुभ मुहूर्त पर, सबसे पवित्र स्थल पर, और पंडित की सलाह से करना चाहिए।

महा रूद्र पूजा