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Angarak Dosh

अंगारक दोष क्या होता है? | Angarak Dosh Kya Hota Hai

By May 28, 2024No Comments

मित्रो आप के लिए आज हम कुछ जरुरी सुचना पर पोस्ट लाए है आज हमने आप सभी के लिए Angarak Dosh पर एक शानदार आर्टिकल लिखा है। अंगारक दोष ज्योतिष में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जिसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर गहरा हो सकता है। दोस्तों Angarak Dosh दोष तब उत्पन्न होता है जब मंगल (मंगल ग्रह) और राहु (राहु ग्रह) एक ही राशि में होते हैं। यह संयोग व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार की समस्याओं और चुनौतियों को जन्म दे सकता है। अंगारक दोष को समझना और इसका समाधान करना अत्यंत आवश्यक होता है ताकि जीवन में आने वाली समस्याओं को कम किया जा सके। तो आइये चलते है हमारी पोस्ट की और।

अंगारक दोष के प्रभाव | Effects of Angarak Dosh

  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ:- अंगारक दोष से प्रभावित व्यक्ति को अक्सर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से रक्त और त्वचा संबंधी रोग अधिक होते हैं।
  • मानसिक तनाव:- इस दोष के कारण मानसिक तनाव और चिंता बढ़ सकती है। व्यक्ति को जीवन में निरंतर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  • विवाह और संबंध:- अंगारक दोष से विवाह और संबंधों में भी कठिनाइयाँ आती हैं। दांपत्य जीवन में कलह और असंतोष बढ़ सकता है।
  • वित्तीय समस्याएँ:- आर्थिक स्थिरता में भी बाधाएँ आती हैं। व्यक्ति को धन की हानि और वित्तीय संकट का सामना करना पड़ सकता है।

अंगारक दोष पूजा | Angarak dosh puja in hindi

अंगारक दोष के निवारण के लिए विशेष पूजा और उपाय किए जाते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण पूजाओं और उपायों का उल्लेख किया जा रहा है:

मंगल और राहु की पूजा:- मंगल और राहु की शांति के लिए विशेष पूजा की जाती है। इस पूजा में मंगल देव और राहु देव को प्रसन्न करने के लिए मंत्रोच्चारण और विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं।

हनुमान जी की आराधना:- हनुमान जी को मंगल ग्रह का अधिपति माना जाता है। उनकी पूजा करने से अंगारक दोष का प्रभाव कम होता है। हनुमान चालीसा का पाठ और मंगलवार को व्रत रखने से भी लाभ होता है।

दुर्गा सप्तशती पाठ:- देवी दुर्गा की आराधना और दुर्गा सप्तशती का पाठ भी अंगारक दोष के निवारण में सहायक होता है।

राहु के मंत्र:- राहु के मंत्रों का जाप करने से भी इस दोष का प्रभाव कम किया जा सकता है। “ॐ रां राहवे नमः” मंत्र का जाप करना लाभकारी होता है।

विशेष रत्न धारण:- अंगारक दोष से राहत पाने के लिए कुछ विशेष रत्न जैसे मूंगा (कोरल) और गोमेद (हेसोनाइट) धारण करने की सलाह दी जाती है। इन्हें धारण करने से ग्रहों के दुष्प्रभाव कम होते हैं।

आखरी शब्द: – 

मित्रो आज की हमारी पोस्ट Angarak dosh पर आपको केसा लगा अगर आप भी अंगारक दोष का निवारण करना चाहते है तो आज ही संपर्क करे उज्जैन निवासी पंडित Vijay Joshi से ये आपकी हर समस्या हर दोष का निवारण करने में सक्षम है। दोस्तों अंगारक दोष जीवन में कई प्रकार की समस्याओं को जन्म दे सकता है, लेकिन सही पूजा और उपायों के माध्यम से इन समस्याओं को कम किया जा सकता है। वैसे हमने मांगलिक दोष पर भी ब्लॉग आर्टिकल लिख रखा है आप देख सकते है। धन्यवाद।

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